अनुमन्ता विशसिता निहन्ता क्रयविक्रयी ।
संस्कर्त्ता चोपहर्ता च खादकश्चेति घातकाः । मनु 5-51
अर्थ - मारने की आज्ञा देने । मांस के काटने । पशु आदि के मारने । उनको मारने के लिए लेने और बेचने । मांस के पकाने । परोसने और खाने वाले । ये 8 मनुष्य घातक अर्थात पापकारी हैँ ।
*************
ईसाई समुदाय द्वारा पोषित मीडिया वाले जैसे दीपक और विजय लगातार टीवी चैनल पर " सर्व धर्म समभाव " का पाठ पढ़ाते दिख रहे हैं । क्या यह जनता को दिग्भ्रमित करने वाला नहीं है ? क्यों मीडिया वाले सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत नहीं रखते ? या तो इनको इस देश की सभ्यता और संस्कृति का ज्ञान ही नहीं है । या यह जानबूझ कर पैसा खाकर देशद्रोह और मक्कारी कर रहे हैं ।
क्यों मीडिया के लोग मस्जिदों में पनपते " इस्लामिक आतंवाद " की बात नहीं करते ? क्यों वह नहीं बताते कि आजकल मदरसों में केवल आतंकवादियों का निर्माण हो रहा है । क्यों नहीं बताते कि मस्जिदों में अत्याधुनिक बिना लाइसेंस के हथियार संगृहीत करके रखे जाते हैं । जिसका कि दंगा फसाद में अनुचित और बर्बर प्रयोग होता है । अगर सच से आगाह करा दिया जाता । तो पता नहीं । कितने मासूम लोगों की जान बच जाती । क्यों मीडिया ऐसे " सर्व धर्म समभाव " की बात कर रही है । जिससे कि आतंकवादियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं ? आतंकवादियों को पता है कि सारे कुकर्म करने के बाद भी उनको मासूम घोषित कर दिया जायेगा । और भले ही दंगा उन्होंने शुरू किया हो । इसका आधा श्रेय मासूम जनता के सर मढ़ दिया जायेगा । फिर क्या वह बरी और आज़ादी से फिर दंगा फसाद करने को स्वतंत्र । क्यों मीडिया विषधर नाग को रस्सी जैसा
हानि रहित बताकर मासूम लोगों को खतरे की तरफ लगातार धकेल रही है ? क्या इसके लिए इनके खिलाफ PIL दाखिल नहीं होनी चाहिए ?
कैथोलिक चर्च में हो रहे कुकर्मों की बात क्यों नहीं करती है मीडिया ? दीपक और विजय जैसे को तो शायद यह भी नहीं पता होगा कि जीसस स्वयं क्रिश्चियन नहीं थे । रोमन लोगों ने उनको सूली पर चढ़ाया था । और 100 साल स्वयं के फायदे के लिए रोमन ने ही जीसस के नाम को राजनैतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया । ईसाई धर्म की स्थापना जीसस की मृत्यु के 100 साल बाद उनके जीवन पर लिखे गए विभिन्न gospels वृतान्तों को संग्रहीत करके की गयी थी । सैकड़ों में लिखे गए वृतान्तों में केवल 18 वृतांत चुनकर " ओल्ड टेस्टामेंट " बाइबिल बनाया गया था । जिन रोमन्स ने जीसस का बेदर्दी से क़त्ल किया । आज वह कैथोलिक चर्च खोलकर धर्म के ठेकेदार बन बैठे हैं । आखिर क्यों ना हो । जिसके पास
स्वर्ग की चाबी होगी । वही तो दुनिया पर राज करता आया है ।
" सर्व धर्म समभाव " की बात बुद्ध के समय की है । जबकि इस्लाम और क्रिश्चियनिटी का नामोनिशान नहीं था । वैसे भी हिन्दू धर्म में धर्म का मतलब मज़हब या religion नहीं होता है । धर्म का अर्थ सही या righteous मार्ग होता है । जिसमे मानव जाति, पर्यावरण, जीव जंतु, सृष्टि, अंतरिक्ष हर किसी के प्रति मानवीय उत्तरदायित्व की बात की गयी है ।
सर्व धर्म समभाव और " वसुधैव कुटुम्बकम " का अर्थ इस देश की संस्कृति के परिपेक्ष में मेरी समझ में ईश्वरवाद और अनीश्वरवाद के सन्दर्भ में किया गया है । और दोनों ही विचारधाराओं को मान्यता देते हैं । कोई भी विचारधारा हो । अगर उसका मूल तत्व मानव समाज का भला, उन्नति और उत्थान नहीं है । तो वह इस देश के अनुकूल नहीं है । समय के हिसाब से अगर कुछ कुरीतियां आ भी गयी है । तो हमें उसको अपने आप सुधारना है । ना कि उसके गलत अर्थ से सामाजिक वैमनस्य को बढ़ावा देना है । मुझे ब्राह्मणों से कोई द्वेष नहीं है । परन्तु यदि ब्राह्मण अपनी विद्वता, कर्म
और उद्देश्य को छोड़ देता है । तो उसको हम कैसे सम्मान दे सकते हैं ? बिना किसी विवाद में फंसे मैं सबसे प्रार्थना करूँगा कि वह श्री सी गोपालाचार्य द्वारा लिखित " महाभारत " को पढ़कर देख लें । जहाँ पर साफ़ साफ़ लिखा है कि ना कोई जन्म से ब्राह्मण है । और ना जन्म से शुद्र ।
हमारे देश की संस्कृति में अगर हिन्दू विचारधारा को तारतार करके चर्चा की जा सकती है । तो हम इस्लाम क्रिश्चियनिटी कम्युनिज्म साधू संत सोनिया गाँधी मनमोहन सिंह को तारतार करके क्यों नहीं चर्चा कर सकते । जब हम भगवान के अस्तित्व पर प्रश्न उठा सकते हैं । तब फिर बाकी सब तो बहुत छोटी मोटी चीज़ें हैं ।
अंत में इस्लाम के जानने वाले ज्ञाता यह बतायेंगे कि खुदा ने गिब्रैल के द्वारा मोहम्मद से क्यों बात की । क्या खुदा मोहम्मद से सीधे बात नहीं कर सकते थे ? मुल्ला मौलवी अपने स्वार्थ के लिए इस्लाम को तोड़ने मरोड़ने को आज़ाद क्यों हैं ?
**********
भारतीय मुसलमान बड़ी सोच वाले हो गए है । देश की सीमाओं तक को पार कर इस्लामिक आतंकवाद ( जिहाद ) करने सहयोग करने अन्य देशो तक जाने लगे हैं ।
भारतीय मुसलमान सीरिया में '' जिहाद '' कर रहे हैं । यह जानकारी सीरिया के राजदूत ने भारत सरकार को दी । भारत सरकार ने अभी तक इस पर न कोई बयान दिया । और न कोई कारवाई की । न जीबी रोड वाली मीडिया ने कुछ बताया । और न दलाल सेकुलरों की तरफ से इस पर कुछ लिखा गया । क्यों ? जबकि यह तो बहुत ही भयावह स्थिति है । इससे बुरी खबर भारत के लिए क्या हो सकती है कि भारतीय मुसलमान सीरिया में जिहाद कर रहे हैं । मुंबई हमला । दिल्ली सीरियल ब्लास्ट । हैदराबाद ब्लास्ट । असम दंगा । किश्तवाड़ दंगा । जिहाद नहीं तो क्या है ? जिहाद को दहशतगर्दी आतकंवाद से कन्फ्यूज नहीं किया जाना चाहिए ।
भारत में सीरियाई राजदूत रियाद अब्बास ने जानकारी दी है कि सीरिया में भारतीय लड़ाके लोकतंत्र के खिलाफ मुस्लिम ब्रदरहुड के समर्थन में सीरिया में लड़ रहे हैं । ये लड़ाके भारी तादात में टर्की के रास्ते सीरिया पहुँचे हैं । इनमें से कुछ मारे गये हैं । और कुछ जिन्दा पकड़े गये हैं । इनसे भारतीय पासपोर्ट बरामद हुआ । यह पूछे जाने पर कि - वे कौन हैं । क्या वे हिन्दू हैं ?
इस पर अब्बास ने कहा - वे इस्लामी लोग हैं । और भारत के नागरिक हैं । हिन्दू नहीं हैं । क्योंकि जिहाद हिन्दू नहीं लड़ते हैं । भारत में ऐसे लोग हैं । जो मुस्लिम ब्रदरहुड की आतंकी विचारधारा का समर्थन करते है । वे बहुत खतरनाक हैं ।
अब विचारणीय प्रश्न यह है कि क्या कांग्रेस सरकार इन " लड़ाकों " की पहचान करेगी ? और क्या यह खोजेगी कि भारत में इनकी क्या गतिविधियाँ है ?
लेकिन 1 बात स्पष्ट हो गयी है कि भारत में जेहादी इस्लामिक आतंकवाद और अधिक भयंकर रूप में सामने आने वाला है । क्योंकि अब जेहादी इस्लामिक आतंकवाद में अंतरराष्ट्रीय सहयोग की शुरूआत हो चुकी है । जोकि विश्व समुदाय विशेषत: भारत की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है ।
भारतीय मुसलमान जिहाद करने सीरिया जा सकता है । तो इसका मतलब भारतीय जिहादियों का भारत में भी पूरा 1 संगठन है । पूरा 1 तंत्र है । अन्तराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जिहादियों का गठबंधन है | #AAJTK #NDTV #IBN7 #ABP
http://www.jagran.com/news/world-assads-envoy-says-indian-fighters-are-waging-in-syrian-war-10700371.html
****************
अनर्थ शास्त्री प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह के राज में अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों को अब नई परिभाषा -
BSE - Bombay Say Exit
NSE - Nation Say Exit
NIFTY - No income for this year
FII - Fraudulent International Investor
HNI - Has no Idea
PMS - Pre-Mediated scam.
एक ही विकल्प मोदी EK Hi Vikalp Modi
*********
साभार Hindurashtra पेज से
पत्रकार केजरीवाल से - सर आपकी पार्टी के क्या हाल हैं ?
केजरीवाल - दंगो में मोदी का हाथ है ।
पत्रकार - सर ये U.P में दंगे किस कारण हो रहे हैं ?
केजरीवाल - मोदी करवा रहा रहा है ।
पत्रकार - सर ये 2002 के दंगो में तो मोदी को क्लीन चिट मिल गयी है ।
केजरीवाल - मोदी का हाथ है ।
पत्रकार - O.K 1984 के दंगो के बारे में आप क्या कहोगे ?
केजरीवाल - मोदी ने करवाए थे ।
पत्रकार - O.K 1947 में दंगे हुए । उसके क्या कारण थे ?
केजरीवाल - मोदी ने करवाए थे ।
पत्रकार - कल आपकी बीवी किसी आदमी के साथ जा रही थी ।
केजरीवाल - मोदी का हाथ है ।
पत्रकार - सर आपका जन्म कब हुआ ?
केजरीवाल - मोदी का हाथ है ।
पत्रकार - सर ! आप क्या बोल रहे हैं ? मोदी का हाथ कैसे हो सकता है । आपके पैदा होने में ।
केजरीवाल - ओह सॉरी ! क्या पूछा आपने । दरसल जब तक मैं दिन में 6 बार मोदी की माला नहीं जप लेता । तब तक खाना हजम नहीं होता । और मेरी इसी आदत के कारण आप मुझे टीवी पर दिखा देते हो । दोनों काम निकल जाते हैं । मेरे सिर्फ मोदी के नाम से ।
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When you are free, all who come in contact with you, will be blessed. Some may run away, but still they run away blessed -Mooji
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सोनिया के बारबार विदेश जाने से राहुल गाँधी नाराज़ हैं । उनका कहना है - मम्मी विदेश भले ही जाए । लेकिन TV में ये Child Lock क्यों लगा जाती हैं ? हा हा हा हा अटटहास LOL
संस्कर्त्ता चोपहर्ता च खादकश्चेति घातकाः । मनु 5-51
अर्थ - मारने की आज्ञा देने । मांस के काटने । पशु आदि के मारने । उनको मारने के लिए लेने और बेचने । मांस के पकाने । परोसने और खाने वाले । ये 8 मनुष्य घातक अर्थात पापकारी हैँ ।
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ईसाई समुदाय द्वारा पोषित मीडिया वाले जैसे दीपक और विजय लगातार टीवी चैनल पर " सर्व धर्म समभाव " का पाठ पढ़ाते दिख रहे हैं । क्या यह जनता को दिग्भ्रमित करने वाला नहीं है ? क्यों मीडिया वाले सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत नहीं रखते ? या तो इनको इस देश की सभ्यता और संस्कृति का ज्ञान ही नहीं है । या यह जानबूझ कर पैसा खाकर देशद्रोह और मक्कारी कर रहे हैं ।
क्यों मीडिया के लोग मस्जिदों में पनपते " इस्लामिक आतंवाद " की बात नहीं करते ? क्यों वह नहीं बताते कि आजकल मदरसों में केवल आतंकवादियों का निर्माण हो रहा है । क्यों नहीं बताते कि मस्जिदों में अत्याधुनिक बिना लाइसेंस के हथियार संगृहीत करके रखे जाते हैं । जिसका कि दंगा फसाद में अनुचित और बर्बर प्रयोग होता है । अगर सच से आगाह करा दिया जाता । तो पता नहीं । कितने मासूम लोगों की जान बच जाती । क्यों मीडिया ऐसे " सर्व धर्म समभाव " की बात कर रही है । जिससे कि आतंकवादियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं ? आतंकवादियों को पता है कि सारे कुकर्म करने के बाद भी उनको मासूम घोषित कर दिया जायेगा । और भले ही दंगा उन्होंने शुरू किया हो । इसका आधा श्रेय मासूम जनता के सर मढ़ दिया जायेगा । फिर क्या वह बरी और आज़ादी से फिर दंगा फसाद करने को स्वतंत्र । क्यों मीडिया विषधर नाग को रस्सी जैसा
हानि रहित बताकर मासूम लोगों को खतरे की तरफ लगातार धकेल रही है ? क्या इसके लिए इनके खिलाफ PIL दाखिल नहीं होनी चाहिए ?
कैथोलिक चर्च में हो रहे कुकर्मों की बात क्यों नहीं करती है मीडिया ? दीपक और विजय जैसे को तो शायद यह भी नहीं पता होगा कि जीसस स्वयं क्रिश्चियन नहीं थे । रोमन लोगों ने उनको सूली पर चढ़ाया था । और 100 साल स्वयं के फायदे के लिए रोमन ने ही जीसस के नाम को राजनैतिक हथियार की तरह इस्तेमाल किया । ईसाई धर्म की स्थापना जीसस की मृत्यु के 100 साल बाद उनके जीवन पर लिखे गए विभिन्न gospels वृतान्तों को संग्रहीत करके की गयी थी । सैकड़ों में लिखे गए वृतान्तों में केवल 18 वृतांत चुनकर " ओल्ड टेस्टामेंट " बाइबिल बनाया गया था । जिन रोमन्स ने जीसस का बेदर्दी से क़त्ल किया । आज वह कैथोलिक चर्च खोलकर धर्म के ठेकेदार बन बैठे हैं । आखिर क्यों ना हो । जिसके पास
स्वर्ग की चाबी होगी । वही तो दुनिया पर राज करता आया है ।
" सर्व धर्म समभाव " की बात बुद्ध के समय की है । जबकि इस्लाम और क्रिश्चियनिटी का नामोनिशान नहीं था । वैसे भी हिन्दू धर्म में धर्म का मतलब मज़हब या religion नहीं होता है । धर्म का अर्थ सही या righteous मार्ग होता है । जिसमे मानव जाति, पर्यावरण, जीव जंतु, सृष्टि, अंतरिक्ष हर किसी के प्रति मानवीय उत्तरदायित्व की बात की गयी है ।
सर्व धर्म समभाव और " वसुधैव कुटुम्बकम " का अर्थ इस देश की संस्कृति के परिपेक्ष में मेरी समझ में ईश्वरवाद और अनीश्वरवाद के सन्दर्भ में किया गया है । और दोनों ही विचारधाराओं को मान्यता देते हैं । कोई भी विचारधारा हो । अगर उसका मूल तत्व मानव समाज का भला, उन्नति और उत्थान नहीं है । तो वह इस देश के अनुकूल नहीं है । समय के हिसाब से अगर कुछ कुरीतियां आ भी गयी है । तो हमें उसको अपने आप सुधारना है । ना कि उसके गलत अर्थ से सामाजिक वैमनस्य को बढ़ावा देना है । मुझे ब्राह्मणों से कोई द्वेष नहीं है । परन्तु यदि ब्राह्मण अपनी विद्वता, कर्म
और उद्देश्य को छोड़ देता है । तो उसको हम कैसे सम्मान दे सकते हैं ? बिना किसी विवाद में फंसे मैं सबसे प्रार्थना करूँगा कि वह श्री सी गोपालाचार्य द्वारा लिखित " महाभारत " को पढ़कर देख लें । जहाँ पर साफ़ साफ़ लिखा है कि ना कोई जन्म से ब्राह्मण है । और ना जन्म से शुद्र ।
हमारे देश की संस्कृति में अगर हिन्दू विचारधारा को तारतार करके चर्चा की जा सकती है । तो हम इस्लाम क्रिश्चियनिटी कम्युनिज्म साधू संत सोनिया गाँधी मनमोहन सिंह को तारतार करके क्यों नहीं चर्चा कर सकते । जब हम भगवान के अस्तित्व पर प्रश्न उठा सकते हैं । तब फिर बाकी सब तो बहुत छोटी मोटी चीज़ें हैं ।
अंत में इस्लाम के जानने वाले ज्ञाता यह बतायेंगे कि खुदा ने गिब्रैल के द्वारा मोहम्मद से क्यों बात की । क्या खुदा मोहम्मद से सीधे बात नहीं कर सकते थे ? मुल्ला मौलवी अपने स्वार्थ के लिए इस्लाम को तोड़ने मरोड़ने को आज़ाद क्यों हैं ?
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भारतीय मुसलमान बड़ी सोच वाले हो गए है । देश की सीमाओं तक को पार कर इस्लामिक आतंकवाद ( जिहाद ) करने सहयोग करने अन्य देशो तक जाने लगे हैं ।
भारतीय मुसलमान सीरिया में '' जिहाद '' कर रहे हैं । यह जानकारी सीरिया के राजदूत ने भारत सरकार को दी । भारत सरकार ने अभी तक इस पर न कोई बयान दिया । और न कोई कारवाई की । न जीबी रोड वाली मीडिया ने कुछ बताया । और न दलाल सेकुलरों की तरफ से इस पर कुछ लिखा गया । क्यों ? जबकि यह तो बहुत ही भयावह स्थिति है । इससे बुरी खबर भारत के लिए क्या हो सकती है कि भारतीय मुसलमान सीरिया में जिहाद कर रहे हैं । मुंबई हमला । दिल्ली सीरियल ब्लास्ट । हैदराबाद ब्लास्ट । असम दंगा । किश्तवाड़ दंगा । जिहाद नहीं तो क्या है ? जिहाद को दहशतगर्दी आतकंवाद से कन्फ्यूज नहीं किया जाना चाहिए ।
भारत में सीरियाई राजदूत रियाद अब्बास ने जानकारी दी है कि सीरिया में भारतीय लड़ाके लोकतंत्र के खिलाफ मुस्लिम ब्रदरहुड के समर्थन में सीरिया में लड़ रहे हैं । ये लड़ाके भारी तादात में टर्की के रास्ते सीरिया पहुँचे हैं । इनमें से कुछ मारे गये हैं । और कुछ जिन्दा पकड़े गये हैं । इनसे भारतीय पासपोर्ट बरामद हुआ । यह पूछे जाने पर कि - वे कौन हैं । क्या वे हिन्दू हैं ?
इस पर अब्बास ने कहा - वे इस्लामी लोग हैं । और भारत के नागरिक हैं । हिन्दू नहीं हैं । क्योंकि जिहाद हिन्दू नहीं लड़ते हैं । भारत में ऐसे लोग हैं । जो मुस्लिम ब्रदरहुड की आतंकी विचारधारा का समर्थन करते है । वे बहुत खतरनाक हैं ।
अब विचारणीय प्रश्न यह है कि क्या कांग्रेस सरकार इन " लड़ाकों " की पहचान करेगी ? और क्या यह खोजेगी कि भारत में इनकी क्या गतिविधियाँ है ?
लेकिन 1 बात स्पष्ट हो गयी है कि भारत में जेहादी इस्लामिक आतंकवाद और अधिक भयंकर रूप में सामने आने वाला है । क्योंकि अब जेहादी इस्लामिक आतंकवाद में अंतरराष्ट्रीय सहयोग की शुरूआत हो चुकी है । जोकि विश्व समुदाय विशेषत: भारत की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक बहुत बड़ा खतरा है ।
भारतीय मुसलमान जिहाद करने सीरिया जा सकता है । तो इसका मतलब भारतीय जिहादियों का भारत में भी पूरा 1 संगठन है । पूरा 1 तंत्र है । अन्तराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय जिहादियों का गठबंधन है | #AAJTK #NDTV #IBN7 #ABP
http://www.jagran.com/news/world-assads-envoy-says-indian-fighters-are-waging-in-syrian-war-10700371.html
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अनर्थ शास्त्री प्रधानमन्त्री मनमोहन सिंह के राज में अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों को अब नई परिभाषा -
BSE - Bombay Say Exit
NSE - Nation Say Exit
NIFTY - No income for this year
FII - Fraudulent International Investor
HNI - Has no Idea
PMS - Pre-Mediated scam.
एक ही विकल्प मोदी EK Hi Vikalp Modi
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साभार Hindurashtra पेज से
पत्रकार केजरीवाल से - सर आपकी पार्टी के क्या हाल हैं ?
केजरीवाल - दंगो में मोदी का हाथ है ।
पत्रकार - सर ये U.P में दंगे किस कारण हो रहे हैं ?
केजरीवाल - मोदी करवा रहा रहा है ।
पत्रकार - सर ये 2002 के दंगो में तो मोदी को क्लीन चिट मिल गयी है ।
केजरीवाल - मोदी का हाथ है ।
पत्रकार - O.K 1984 के दंगो के बारे में आप क्या कहोगे ?
केजरीवाल - मोदी ने करवाए थे ।
पत्रकार - O.K 1947 में दंगे हुए । उसके क्या कारण थे ?
केजरीवाल - मोदी ने करवाए थे ।
पत्रकार - कल आपकी बीवी किसी आदमी के साथ जा रही थी ।
केजरीवाल - मोदी का हाथ है ।
पत्रकार - सर आपका जन्म कब हुआ ?
केजरीवाल - मोदी का हाथ है ।
पत्रकार - सर ! आप क्या बोल रहे हैं ? मोदी का हाथ कैसे हो सकता है । आपके पैदा होने में ।
केजरीवाल - ओह सॉरी ! क्या पूछा आपने । दरसल जब तक मैं दिन में 6 बार मोदी की माला नहीं जप लेता । तब तक खाना हजम नहीं होता । और मेरी इसी आदत के कारण आप मुझे टीवी पर दिखा देते हो । दोनों काम निकल जाते हैं । मेरे सिर्फ मोदी के नाम से ।
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When you are free, all who come in contact with you, will be blessed. Some may run away, but still they run away blessed -Mooji
*******
सोनिया के बारबार विदेश जाने से राहुल गाँधी नाराज़ हैं । उनका कहना है - मम्मी विदेश भले ही जाए । लेकिन TV में ये Child Lock क्यों लगा जाती हैं ? हा हा हा हा अटटहास LOL
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