Share and let the world know the power of Yoga.
After mastering the materials science, a mechanical engineer has mastered yoga postures to elevate his body up in the air winning the appreciation of one and all.
The 24-year-old Venkata Panindra, an assistant professor in an engineering college performed “ Vandana treyam ” by locking the air in his throat, stomach and perennial gland at a packed TTD Kalyana Mandapam here during the Sadhus meet that concluded on Sunday.
It took six months to learn the yoga posture mentioned in Bhagavad Gita under the guidance of Sri Yogananda Bharati from Vizianagaram'',
says the youth, an M.tech in Mechanical Engineering, while talking to The Hindu .
http://www.thehindu.com/todays-paper/tp-national/tp-andhrapradesh/engineerturnedyogi-performs-rare-feat/article4381131.ece
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कभी कभी तो मुझ जैसे को ये समझ नहीं आता है कि हम अपने हिंदुस्तान में ही रह रहे हैं । या फिर किसी मुगलिस्तान में ?? आज अपने ही हिंदुस्तान में हम हिन्दुओं की हालत एक पालतू कुत्ते से भी बदतर हो चुकी है । और जिसके मन में आता है । हमारी बजाकर चला जाता है । कभी देश में आतंक फैलाने वाले आतंकवादियों को बिरयानी खिलाई जाती है । तो कभी उनके परिवार वालों को पेंशन और भत्ता देने की बात होने लगती है । हद तो
यह है कि अपने ही हिंदुस्तान में कभी मंदिर में घंटा बजने पर रोक लग जाती है । तो कभी 84 कोस परिक्रमा रोकने के लिए सारा सरकारी अमला लगा दिया जाता है । और तो और हम हिन्दुओं की निष्क्रियता का फायदा उठाकर अब मुगलिया सल्तनत की तर्ज पर हमारे मंदिरों से सोना लूटने तक की तैयारी चल रही है ।
मुझे तो लगता है कि हम हिन्दू सिर्फ किसी की शादी में खाने पीने अथवा किसी की मौत पर उसे कन्धा देने के लिए ही एकजुट हुआ करते हैं ।
खैर..कश्मीर, असम, केरल, उत्तरप्रदेश, और बिहार के बाद अपना महाराष्ट्र भी अब उसी नक़्शे कदम पर चल निकला है ।और खबर है कि महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज के संतानों की पावन भूमि महाराष्ट्र के 200 मदरसों के लिए 10 करोड़ रूपए देने जा रही है । ध्यान रहे
कि महाराष्ट्र शिवसेना और मनसे का गढ़ माना जाता है । और महाराष्ट्र में वर्षों से शिवसेना और मनसे द्वारा मराठी अस्मिता के नाम राजनीति की जाती रही है । परन्तु अगर राजनीति को छोड़ भी दी जाए । तो महाराष्ट्र छत्रपति शिवाजी महाराज के संतानों की पावन भूमि है । जिन्होंने मुगलों के अत्याचार को रोककर उन आततायियों को घुटनों पर ला दिया था ।
आज उसी महाराष्ट्र में मुस्लिमों की तुष्टिकरण का ये घिनौना खेल देखकर शायद एक बार से शिवाजी महाराज को जन्म लेना होगा ।
दरअसल एक लकड़ी को तोडना आसान है । परन्तु लकड़ी के गट्ठर को तोडना नामुमकिन है । इस बात को पढ़ा तो सबने है । लेकिन इसे अमल में कांग्रेसिये और हमारे नेता ला रहे हैं ।
इसीलिए आज कोई मराठी है । कोई गुजराती है । कोई बंगाली है । तो कोई बिहारी । इसी तरह कोई ब्राह्मण है । तो कोई राजपूत क्षत्रिय अथवा शूद्र । परन्तु हिंदुस्तानी और हिन्दू बेहद ही कम तथा ना के बराबर हैं ।
अब हमारे इसी विभाजित शक्ति और निष्क्रियता से उत्साहित होकर सरकार तो सरकार कुछ गीदड़ भी शेर की
तरह गुर्राने का साहस करने लगे हैं ( फोटो संलग्न )
इसीलिए जागो हिन्दुओ । और पहचानो अपने आपको । हम हिन्दू राम, कृष्ण, महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज के वंशज हैं । जिन्होंने एक बार नहीं । कई कई दुश्मनों का नामोनिशान तक मिटा दिया है । आज एक बार फिर से हम हिन्दुओं को अपने उसी पराक्रम और शौर्य की जरुरत है । और जरुरत है । देश द्रोहियों और धर्म विरोधियों को अपने पुरुषार्थ के झलक दिखलाने की । ताकि फिर वे आइन्दा से फिर ऐसी जुर्रत ना कर सकें । जय महाकाल !
https://www.facebook.com/photo.php?fbid=488215004607505&set=a.133301843432158.26463.100002570289510&type=1&theater
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The Journey is ours...The journey of a thousand miles begins with a single step - Lao Tzu
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एक बैंक़ में लूट के दौरान लुटरों के मुखिया ने बैंक़ मे मौजूद लोगों को चेतावनी देते हुये कहा - ये पैसा देश का है । और जान आपकी अपनी ।
सब लोग लेट जाओ तुरन्त...क्विक...। सब लोग लेट गये ।
इसे कहते है - Mind changing concept .
एक महिला उत्तेजक मूद्रा मे लेटी थी । लुटेरों के मुखिया ने उससे कहा - ये लूट है । रेप नहीं । तमीज से लेटो । इसे कहते है - Focusing .
लूटेरों का एक साथी जो MBA किये हुये था । उसने कहा - पैसे गिन लें सरकार ?
मुखिया ने कहा - बेवकूफ वो टीवी पर देखना । न्यूज में । इसे कहते है - Experience .
लुटेरे बीस लाख लेकर भाग गए ।
असिस्टेन्ट ने मैनेजर से कहा - एफ आई आर करें ?
मैनेजर ने कहा - दस लाख निकाल लो । और जो हमने पचास लाख का गबन किया है । वो भी लूट में जोङ दो । काश हर महीने लूट डकैती हो । इसे कहते है - Opportunity .
टीवी पर न्यूज आई - बैंक़ से अस्सी लाख लुटे ।
लुटेरों ने कई बार गिने । बीस लाख ही थे । उनको समझ में आ गया कि इतना जोखिम के बाद उनको बीस लाख ही मिले । जबकि साले मैनेजर ने साठ लाख यूँ ही बना लिये । इसे कहते है - MANAGEMENT - Rajpal
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संता और बंता एक रोज आलस के मारे एक कमरे में लेटे हुए थे ।
बंता - यार जरा बाहर जाकर तो देख । बारिश हो रही है क्या ?
संता - हाँ, बारिश हो रही है ।
बंता - बिना देखे ही तू कैसे कह सकता है ?
संता - अभी अभी जो बिल्ली अंदर आई थी । वो भीगी हुई थी । इसका मतलब बारिश हो रही है ।
थोड़ी देर बाद बंता फिर बोला - जरा बत्ती तो बुझा दे यार । मुझे रोशनी में नींद नहीं आती ।
संता - आंखें बंद कर लो । अपने आप अंधेरा हो जायेगा ।
बंता झल्लाकर बोला - कम से कम दरवाजा तो बंद कर ले ।
संता - अब दो काम मैंने कर दिए । एक आध काम तू खुद भी कर ले । साला आलसी कही का । masoom shaan
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Guru Ram Lalji Siyag, 83, one of India's contemporary saints, has gifted the world with a unique form of Yoga derived from ancient India's rich Vedic spiritual heritage. The founder-patron of Adhyatma Vigyan Satsang Kendra (AVSK), a Jodhpur-based spiritual organization, Guru Siyag currently lives in the sand-blown city of Bikaner in India's north-western desert state of Rajasthan.
http://www.the-comforter.org/About_Guru_Siyag.html
http://www.the-comforter.org/
After mastering the materials science, a mechanical engineer has mastered yoga postures to elevate his body up in the air winning the appreciation of one and all.
The 24-year-old Venkata Panindra, an assistant professor in an engineering college performed “ Vandana treyam ” by locking the air in his throat, stomach and perennial gland at a packed TTD Kalyana Mandapam here during the Sadhus meet that concluded on Sunday.
It took six months to learn the yoga posture mentioned in Bhagavad Gita under the guidance of Sri Yogananda Bharati from Vizianagaram'',
says the youth, an M.tech in Mechanical Engineering, while talking to The Hindu .
http://www.thehindu.com/todays-paper/tp-national/tp-andhrapradesh/engineerturnedyogi-performs-rare-feat/article4381131.ece
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कभी कभी तो मुझ जैसे को ये समझ नहीं आता है कि हम अपने हिंदुस्तान में ही रह रहे हैं । या फिर किसी मुगलिस्तान में ?? आज अपने ही हिंदुस्तान में हम हिन्दुओं की हालत एक पालतू कुत्ते से भी बदतर हो चुकी है । और जिसके मन में आता है । हमारी बजाकर चला जाता है । कभी देश में आतंक फैलाने वाले आतंकवादियों को बिरयानी खिलाई जाती है । तो कभी उनके परिवार वालों को पेंशन और भत्ता देने की बात होने लगती है । हद तो
यह है कि अपने ही हिंदुस्तान में कभी मंदिर में घंटा बजने पर रोक लग जाती है । तो कभी 84 कोस परिक्रमा रोकने के लिए सारा सरकारी अमला लगा दिया जाता है । और तो और हम हिन्दुओं की निष्क्रियता का फायदा उठाकर अब मुगलिया सल्तनत की तर्ज पर हमारे मंदिरों से सोना लूटने तक की तैयारी चल रही है ।
मुझे तो लगता है कि हम हिन्दू सिर्फ किसी की शादी में खाने पीने अथवा किसी की मौत पर उसे कन्धा देने के लिए ही एकजुट हुआ करते हैं ।
खैर..कश्मीर, असम, केरल, उत्तरप्रदेश, और बिहार के बाद अपना महाराष्ट्र भी अब उसी नक़्शे कदम पर चल निकला है ।और खबर है कि महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज के संतानों की पावन भूमि महाराष्ट्र के 200 मदरसों के लिए 10 करोड़ रूपए देने जा रही है । ध्यान रहे
कि महाराष्ट्र शिवसेना और मनसे का गढ़ माना जाता है । और महाराष्ट्र में वर्षों से शिवसेना और मनसे द्वारा मराठी अस्मिता के नाम राजनीति की जाती रही है । परन्तु अगर राजनीति को छोड़ भी दी जाए । तो महाराष्ट्र छत्रपति शिवाजी महाराज के संतानों की पावन भूमि है । जिन्होंने मुगलों के अत्याचार को रोककर उन आततायियों को घुटनों पर ला दिया था ।
आज उसी महाराष्ट्र में मुस्लिमों की तुष्टिकरण का ये घिनौना खेल देखकर शायद एक बार से शिवाजी महाराज को जन्म लेना होगा ।
दरअसल एक लकड़ी को तोडना आसान है । परन्तु लकड़ी के गट्ठर को तोडना नामुमकिन है । इस बात को पढ़ा तो सबने है । लेकिन इसे अमल में कांग्रेसिये और हमारे नेता ला रहे हैं ।
इसीलिए आज कोई मराठी है । कोई गुजराती है । कोई बंगाली है । तो कोई बिहारी । इसी तरह कोई ब्राह्मण है । तो कोई राजपूत क्षत्रिय अथवा शूद्र । परन्तु हिंदुस्तानी और हिन्दू बेहद ही कम तथा ना के बराबर हैं ।
अब हमारे इसी विभाजित शक्ति और निष्क्रियता से उत्साहित होकर सरकार तो सरकार कुछ गीदड़ भी शेर की
तरह गुर्राने का साहस करने लगे हैं ( फोटो संलग्न )
इसीलिए जागो हिन्दुओ । और पहचानो अपने आपको । हम हिन्दू राम, कृष्ण, महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज के वंशज हैं । जिन्होंने एक बार नहीं । कई कई दुश्मनों का नामोनिशान तक मिटा दिया है । आज एक बार फिर से हम हिन्दुओं को अपने उसी पराक्रम और शौर्य की जरुरत है । और जरुरत है । देश द्रोहियों और धर्म विरोधियों को अपने पुरुषार्थ के झलक दिखलाने की । ताकि फिर वे आइन्दा से फिर ऐसी जुर्रत ना कर सकें । जय महाकाल !
https://www.facebook.com/photo.php?fbid=488215004607505&set=a.133301843432158.26463.100002570289510&type=1&theater
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The Journey is ours...The journey of a thousand miles begins with a single step - Lao Tzu
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एक बैंक़ में लूट के दौरान लुटरों के मुखिया ने बैंक़ मे मौजूद लोगों को चेतावनी देते हुये कहा - ये पैसा देश का है । और जान आपकी अपनी ।
सब लोग लेट जाओ तुरन्त...क्विक...। सब लोग लेट गये ।
इसे कहते है - Mind changing concept .
एक महिला उत्तेजक मूद्रा मे लेटी थी । लुटेरों के मुखिया ने उससे कहा - ये लूट है । रेप नहीं । तमीज से लेटो । इसे कहते है - Focusing .
लूटेरों का एक साथी जो MBA किये हुये था । उसने कहा - पैसे गिन लें सरकार ?
मुखिया ने कहा - बेवकूफ वो टीवी पर देखना । न्यूज में । इसे कहते है - Experience .
लुटेरे बीस लाख लेकर भाग गए ।
असिस्टेन्ट ने मैनेजर से कहा - एफ आई आर करें ?
मैनेजर ने कहा - दस लाख निकाल लो । और जो हमने पचास लाख का गबन किया है । वो भी लूट में जोङ दो । काश हर महीने लूट डकैती हो । इसे कहते है - Opportunity .
टीवी पर न्यूज आई - बैंक़ से अस्सी लाख लुटे ।
लुटेरों ने कई बार गिने । बीस लाख ही थे । उनको समझ में आ गया कि इतना जोखिम के बाद उनको बीस लाख ही मिले । जबकि साले मैनेजर ने साठ लाख यूँ ही बना लिये । इसे कहते है - MANAGEMENT - Rajpal
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संता और बंता एक रोज आलस के मारे एक कमरे में लेटे हुए थे ।
बंता - यार जरा बाहर जाकर तो देख । बारिश हो रही है क्या ?
संता - हाँ, बारिश हो रही है ।
बंता - बिना देखे ही तू कैसे कह सकता है ?
संता - अभी अभी जो बिल्ली अंदर आई थी । वो भीगी हुई थी । इसका मतलब बारिश हो रही है ।
थोड़ी देर बाद बंता फिर बोला - जरा बत्ती तो बुझा दे यार । मुझे रोशनी में नींद नहीं आती ।
संता - आंखें बंद कर लो । अपने आप अंधेरा हो जायेगा ।
बंता झल्लाकर बोला - कम से कम दरवाजा तो बंद कर ले ।
संता - अब दो काम मैंने कर दिए । एक आध काम तू खुद भी कर ले । साला आलसी कही का । masoom shaan
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Guru Ram Lalji Siyag, 83, one of India's contemporary saints, has gifted the world with a unique form of Yoga derived from ancient India's rich Vedic spiritual heritage. The founder-patron of Adhyatma Vigyan Satsang Kendra (AVSK), a Jodhpur-based spiritual organization, Guru Siyag currently lives in the sand-blown city of Bikaner in India's north-western desert state of Rajasthan.
http://www.the-comforter.org/About_Guru_Siyag.html
http://www.the-comforter.org/
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