मुजफ्फरनगर में आज मनमोहन सिंह घायलों को देखने अस्पताल पहुँचे ।
मनमोहन - नमस्ते । कैसे हैं आप ?
घायल व्यक्ति - नमस्ते सरदार जी । मैं ठीक हूँ । आप सुनाओ ।
मनमोहन - मैं भी ठीक हूँ । कोई परेशानी हो । तो मुझे बतायेँ । मैं समाधान करूँगा ।
घायल व्यक्ति - नहीं जी ! कोई परेशानी नहीं । वैसे आप हैं कौन ?
मनमोहन - मैं भारत का प्रधानमंत्री हूँ और आप ?
घायल व्यक्ति - मैं बिल गेटस का दामाद हूँ । यहाँ ये गाँव खरीदने आया था ।
मनमोहन - अजी मजाक मत कीजिये ।
घायल व्यक्ति - शुरू किसने किया झूठे ।
मनमोहन - hmmmm...ठीक है ।
साभार - अनिता आर्य । देश हित में । हमारी आवाज
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न्यूज़ चैनल पर कभी पत्रकार रहे कांग्रेसी राजीव शुक्ला ने कहा - देश के लोगों की औकात नहीं है कि वे नेहरु गाँधी परिवार पर कोई सवाल खड़ा करें । पहला महत्वपूर्ण सवाल मैं खड़ा करता हूँ ।
1 यह स्वयंभू " पवित्र परिवार " अपने नाम के आगे गाँधी क्यों लगाता है ?
2 गाँधी से इनका कौन सा रिश्ता है ? यह रिश्ता कैसा है । कबसे है । किस परंपरा के अंतर्गत है ?
3 इंदिरा नेहरु जब शादी रचाती है । तो वह खान बनती है । किन्तु बाद में अचानक गाँधी बन जाती है ।
4 फ़िरोज़ अच्छा भला खान होता है । किन्तु इंदिरा नेहरु से शादी करके वह भी गाँधी बन जाता है ।
5 राजीव जब सोनिया से शादी करता है । तो ईसाई हो जाता है । किन्तु पता नहीं । किस आकर्षण लोभ दबाव में वह पुनः गाँधी बन जाता है ?
6 सोनिया माइनो होकर भी गाँधी बन जाती है । जबकि वह कट्टर रोमन कैथोलिक ईसाई ही बनी रहती है ?
7 राहुल जब पैदा होता है । तो उसका नाम रखा जाता है - रौल विन्सी ? पर जाने किस आकर्षण में बाद में वह भी राहुल गाँधी बन जाता है ?
8 प्रियंका जब पैदा होती है । तो उसका नाम होता है - वियंका विन्सी ? किन्तु बाद में वह भी प्रियंका गाँधी बन जाती है ?
9 प्रियंका की जब शादी होती है । तो वह प्रियंका वाड्रा बनती है । किन्तु किसी जादू से वह पुनः विवाहित होकर भी प्रियंका गाँधी हो जाती है । और अपनी प्राचीन परम्पराओं पर गर्व करने वाले भारत देश में इस
बात पर कोई भी आपत्ति नहीं उठाता ।
10 रोबर्ट के पिता हिन्दू होते हैं । फिर अचानक धर्मान्तरण करके वे वाड्रा हो जाते हैं ।
11 रोबर्ट के परिवार के लोग अचानक 1-1 करके रहस्यमय तरीके से मरते चले जाते हैं ।
12 अब रोबर्ट रहस्यमय तरीके से अनाथ है । वह गाँधी परिवार का हिस्सा है । रोबर्ट भी अब गाँधी ही है ।
12 रोबर्ट प्रियंका के बच्चों के नाम के आगे आज तक किसी ने वाड्रा लगाया हो । ऐसा सुनने में नहीं आया ।
13 जाहिर है । 5-10 साल बाद वे भी गाँधी ही कहलाएँगे । भले ही उनके नामों में भारतीयता न झलकती हो । भले ही उनकी आस्था वेटिकन में हो । और उनके नाम इटालियन रशियन तर्ज़ पर हो । किन्तु रहेंगे वे गाँधी ही ।
14 यह 'पवित्र परिवार' गाँधी की किन नीतियों । उनके किन मूल्यों । किन आस्थाओं को मानता है ?
15 इस परिवार ने गाँधी के 'हिन्द स्वराज' की किस पंक्ति में । कब अपनी निष्ठा दिखाई है कि यह परिवार बड़े गर्व से दूसरों के बाप ( गाँधी ) को अपना बाप मानकर फूला नहीं समा रहा है । और गाँधी के
नाम के सहारे निरंतर फल फूल रहा है ?
16 यह 'पवित्र परिवार' गाँधी के नाम से ऐसा क्या लाभ उठा पा रहा है कि इसने गाँधी को ही देश के करेंसी नोटों पर छपवाया । अन्य किसी क्रांतिकारी को नहीं ?
तो क्या विवादास्पद मार्कंडेय काटजू एकदम सही बोले थे कि - देश के 90% लोग मूर्ख है ?
https://www.facebook.com/photo.php?fbid=521552234588093&set=a.195326697210650.48133.100001999643513&type=1&theater
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सावधान ! caution ! आज बापूजी को बेल मिलकर छूट सकते हैं जेल से । आज बहुत सावधान रहना होगा
। जेल का पानी भी नहीं पीना चाहिए आज के दिन । आज बापूजी को स्लो पायजन देने की अत्यधिक संभावनाए हैं जेल में । भगवान न करे ऐसा हो ।
कांग्रेस सरकार काफी बदनाम है । हिंदू कैदी संतो धीमा जहर देने के लिए । ऐसा समाचार लीक हुआ था कि कांग्रेसी ईसाई सरकार ने साध्वी प्रज्ञा को सीसा युक्त धीमा ज़हर अन्न में देकर उन्हें बहुत बलहीन और मौत के कगार तक पहुँचा दिया था । मीडिया में ये खबर लीक होने पर अब वे धीरे धीरे ठीक हो रही हैं ।
सद्दाम हुसैन भी अपने कैदियों को " थैलियम सल्फेट " नाम का धीमा जहर खिलाकर आज़ाद कर देता था । वो कैदी घर जाकर 3-4 महीनों बाद उस धीमे विष के असर से मर जाते थे ।
ओशो को अमेरिका ने " पोलोनियम " नाम का धीमा विष दिया था । भारत आकर ओशो बीमार होकर पांचवे महीने में मर गये ।
ये सभी स्वादहीन गंधहीन और रंगहीन घातक धीमे विष हैं । और अब अंत में इन धीमे विषों के असर को खत्म करने वाली औषधियों के बारे में । थैलियम के लिए प्रशियन ब्लू । सीसे और दूसरे भारी धातु विष के लिए एक्टिवेटेड चारकोल ( कोयला ) पोलोनियम के लिए कोई दवा नहीं है एलोपेथी में । पर रुकिए । हमारे भारत में आयुर्वेद में 1 ऐसी औषधि है । जिसे मात्रा और अनुपान भेद से सारे धीमे विषों के प्रभाव को नष्ट किया जा सकता है । और वो है - सिद्ध मकरध्वज और स्वर्ण भस्म । साभार कापी पेस्ट ।
https://www.facebook.com/photo.php?fbid=708056885874798&set=a.206639126016579.61492.100000114802418&type=1&theater
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अभिज्ञान प्रकाश नामक ये पत्रकार आज टीवी पर ज्ञान दे रहे थे कि यदि आप अपने परिवार में संतानों में
संस्कारों के पोषण हेतु भी किसी तरह का अनुशासन बनाकर रखते हैं । तो आप अपने परिवारजनों के साथ अन्याय कर रहे हैं । और साथ ही संविधान का उल्लंघन भी कर रहे हैं । इनके अनुसार यदि आपकी संतानें अथवा आपसे छोटे परिवार के सदस्य किसी भी तरह का आचरण ( चरित्रहीनता भी ) करते हैं । तो आपको उनको रोकने का कोई अधिकार नहीं है । कापी पेस्ट ।
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सेना के जवानों और हिन्दुओं को पत्थर मारती महिलायें । साभार - Islam Exposed - the truth about Islam
https://www.facebook.com/photo.php?fbid=419657901472521&set=a.169633729808274.28889.169622839809363&type=1&theater
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सैंतालिस का बंटवारा भी । कोई अंधा रोष रहा होगा ।
जिन्ना की भूख रही होगी । गाँधी का दोष रहा होगा ।
अब कोई सपना ना देखे । ये धरती बाँट ली जायेगी ।
जो पाकिस्तान पुकारेगी । वो जीभ काट ली जायेगी ।
साभार - दहाडो हिन्दुओ
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भोजपुरी का एक प्रसिद्ध कहावत - सूप हंसे तो हंसे..चलनियों हंसे जेमे बहत्तर छेद ।
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यह हैं - बाबा प्रहियाद जानी । जिन्होंने बिना भोजन और पानी के 70 साल से ज्यादा का जीवन गुजार दिया
। जानी कहते हैं कि उन्होंने 12 साल के उमृ से खाना पीना छोड़ दिया था । अब वह 85 साल के हो गए हैं । प्रहियाद के दावे को सत्यापित करने के लिए भारत के एक अस्पताल में 2003 और 2010 में दो अध्ययन किए गये । जिनमें उनके दावे सही साबित हुये ।
क्या कोई इंसान बिना कुछ खाए पिए जिंदा रह सकता है । इसे चमत्कार कहेंगे । या भारतीय महत्माओं के योग की शक्ति ?
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स्वराज पढ़िए । आपको लोकतंत्र क्या है ? इसकी जानकारी मिलेगी । फिर यदि इच्छा हो । तो लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में शामिल भी हो सकते हैं । इसे पढ़कर आप कम से कम ये तो जान ही जाएंगे कि भारत में लोकतंत्र का क्या हाल चाल है ।
Read Swaraaj, Understand Swaraaj, Discuss Swaraaj.
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मनमोहन - नमस्ते । कैसे हैं आप ?
घायल व्यक्ति - नमस्ते सरदार जी । मैं ठीक हूँ । आप सुनाओ ।
मनमोहन - मैं भी ठीक हूँ । कोई परेशानी हो । तो मुझे बतायेँ । मैं समाधान करूँगा ।
घायल व्यक्ति - नहीं जी ! कोई परेशानी नहीं । वैसे आप हैं कौन ?
मनमोहन - मैं भारत का प्रधानमंत्री हूँ और आप ?
घायल व्यक्ति - मैं बिल गेटस का दामाद हूँ । यहाँ ये गाँव खरीदने आया था ।
मनमोहन - अजी मजाक मत कीजिये ।
घायल व्यक्ति - शुरू किसने किया झूठे ।
मनमोहन - hmmmm...ठीक है ।
साभार - अनिता आर्य । देश हित में । हमारी आवाज
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न्यूज़ चैनल पर कभी पत्रकार रहे कांग्रेसी राजीव शुक्ला ने कहा - देश के लोगों की औकात नहीं है कि वे नेहरु गाँधी परिवार पर कोई सवाल खड़ा करें । पहला महत्वपूर्ण सवाल मैं खड़ा करता हूँ ।
1 यह स्वयंभू " पवित्र परिवार " अपने नाम के आगे गाँधी क्यों लगाता है ?
2 गाँधी से इनका कौन सा रिश्ता है ? यह रिश्ता कैसा है । कबसे है । किस परंपरा के अंतर्गत है ?
3 इंदिरा नेहरु जब शादी रचाती है । तो वह खान बनती है । किन्तु बाद में अचानक गाँधी बन जाती है ।
4 फ़िरोज़ अच्छा भला खान होता है । किन्तु इंदिरा नेहरु से शादी करके वह भी गाँधी बन जाता है ।
5 राजीव जब सोनिया से शादी करता है । तो ईसाई हो जाता है । किन्तु पता नहीं । किस आकर्षण लोभ दबाव में वह पुनः गाँधी बन जाता है ?
6 सोनिया माइनो होकर भी गाँधी बन जाती है । जबकि वह कट्टर रोमन कैथोलिक ईसाई ही बनी रहती है ?
7 राहुल जब पैदा होता है । तो उसका नाम रखा जाता है - रौल विन्सी ? पर जाने किस आकर्षण में बाद में वह भी राहुल गाँधी बन जाता है ?
8 प्रियंका जब पैदा होती है । तो उसका नाम होता है - वियंका विन्सी ? किन्तु बाद में वह भी प्रियंका गाँधी बन जाती है ?
9 प्रियंका की जब शादी होती है । तो वह प्रियंका वाड्रा बनती है । किन्तु किसी जादू से वह पुनः विवाहित होकर भी प्रियंका गाँधी हो जाती है । और अपनी प्राचीन परम्पराओं पर गर्व करने वाले भारत देश में इस
बात पर कोई भी आपत्ति नहीं उठाता ।
10 रोबर्ट के पिता हिन्दू होते हैं । फिर अचानक धर्मान्तरण करके वे वाड्रा हो जाते हैं ।
11 रोबर्ट के परिवार के लोग अचानक 1-1 करके रहस्यमय तरीके से मरते चले जाते हैं ।
12 अब रोबर्ट रहस्यमय तरीके से अनाथ है । वह गाँधी परिवार का हिस्सा है । रोबर्ट भी अब गाँधी ही है ।
12 रोबर्ट प्रियंका के बच्चों के नाम के आगे आज तक किसी ने वाड्रा लगाया हो । ऐसा सुनने में नहीं आया ।
13 जाहिर है । 5-10 साल बाद वे भी गाँधी ही कहलाएँगे । भले ही उनके नामों में भारतीयता न झलकती हो । भले ही उनकी आस्था वेटिकन में हो । और उनके नाम इटालियन रशियन तर्ज़ पर हो । किन्तु रहेंगे वे गाँधी ही ।
14 यह 'पवित्र परिवार' गाँधी की किन नीतियों । उनके किन मूल्यों । किन आस्थाओं को मानता है ?
15 इस परिवार ने गाँधी के 'हिन्द स्वराज' की किस पंक्ति में । कब अपनी निष्ठा दिखाई है कि यह परिवार बड़े गर्व से दूसरों के बाप ( गाँधी ) को अपना बाप मानकर फूला नहीं समा रहा है । और गाँधी के
नाम के सहारे निरंतर फल फूल रहा है ?
16 यह 'पवित्र परिवार' गाँधी के नाम से ऐसा क्या लाभ उठा पा रहा है कि इसने गाँधी को ही देश के करेंसी नोटों पर छपवाया । अन्य किसी क्रांतिकारी को नहीं ?
तो क्या विवादास्पद मार्कंडेय काटजू एकदम सही बोले थे कि - देश के 90% लोग मूर्ख है ?
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सावधान ! caution ! आज बापूजी को बेल मिलकर छूट सकते हैं जेल से । आज बहुत सावधान रहना होगा
। जेल का पानी भी नहीं पीना चाहिए आज के दिन । आज बापूजी को स्लो पायजन देने की अत्यधिक संभावनाए हैं जेल में । भगवान न करे ऐसा हो ।
कांग्रेस सरकार काफी बदनाम है । हिंदू कैदी संतो धीमा जहर देने के लिए । ऐसा समाचार लीक हुआ था कि कांग्रेसी ईसाई सरकार ने साध्वी प्रज्ञा को सीसा युक्त धीमा ज़हर अन्न में देकर उन्हें बहुत बलहीन और मौत के कगार तक पहुँचा दिया था । मीडिया में ये खबर लीक होने पर अब वे धीरे धीरे ठीक हो रही हैं ।
सद्दाम हुसैन भी अपने कैदियों को " थैलियम सल्फेट " नाम का धीमा जहर खिलाकर आज़ाद कर देता था । वो कैदी घर जाकर 3-4 महीनों बाद उस धीमे विष के असर से मर जाते थे ।
ओशो को अमेरिका ने " पोलोनियम " नाम का धीमा विष दिया था । भारत आकर ओशो बीमार होकर पांचवे महीने में मर गये ।
ये सभी स्वादहीन गंधहीन और रंगहीन घातक धीमे विष हैं । और अब अंत में इन धीमे विषों के असर को खत्म करने वाली औषधियों के बारे में । थैलियम के लिए प्रशियन ब्लू । सीसे और दूसरे भारी धातु विष के लिए एक्टिवेटेड चारकोल ( कोयला ) पोलोनियम के लिए कोई दवा नहीं है एलोपेथी में । पर रुकिए । हमारे भारत में आयुर्वेद में 1 ऐसी औषधि है । जिसे मात्रा और अनुपान भेद से सारे धीमे विषों के प्रभाव को नष्ट किया जा सकता है । और वो है - सिद्ध मकरध्वज और स्वर्ण भस्म । साभार कापी पेस्ट ।
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अभिज्ञान प्रकाश नामक ये पत्रकार आज टीवी पर ज्ञान दे रहे थे कि यदि आप अपने परिवार में संतानों में
संस्कारों के पोषण हेतु भी किसी तरह का अनुशासन बनाकर रखते हैं । तो आप अपने परिवारजनों के साथ अन्याय कर रहे हैं । और साथ ही संविधान का उल्लंघन भी कर रहे हैं । इनके अनुसार यदि आपकी संतानें अथवा आपसे छोटे परिवार के सदस्य किसी भी तरह का आचरण ( चरित्रहीनता भी ) करते हैं । तो आपको उनको रोकने का कोई अधिकार नहीं है । कापी पेस्ट ।
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जिन्ना की भूख रही होगी । गाँधी का दोष रहा होगा ।
अब कोई सपना ना देखे । ये धरती बाँट ली जायेगी ।
जो पाकिस्तान पुकारेगी । वो जीभ काट ली जायेगी ।
साभार - दहाडो हिन्दुओ
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भोजपुरी का एक प्रसिद्ध कहावत - सूप हंसे तो हंसे..चलनियों हंसे जेमे बहत्तर छेद ।
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यह हैं - बाबा प्रहियाद जानी । जिन्होंने बिना भोजन और पानी के 70 साल से ज्यादा का जीवन गुजार दिया
। जानी कहते हैं कि उन्होंने 12 साल के उमृ से खाना पीना छोड़ दिया था । अब वह 85 साल के हो गए हैं । प्रहियाद के दावे को सत्यापित करने के लिए भारत के एक अस्पताल में 2003 और 2010 में दो अध्ययन किए गये । जिनमें उनके दावे सही साबित हुये ।
क्या कोई इंसान बिना कुछ खाए पिए जिंदा रह सकता है । इसे चमत्कार कहेंगे । या भारतीय महत्माओं के योग की शक्ति ?
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स्वराज पढ़िए । आपको लोकतंत्र क्या है ? इसकी जानकारी मिलेगी । फिर यदि इच्छा हो । तो लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में शामिल भी हो सकते हैं । इसे पढ़कर आप कम से कम ये तो जान ही जाएंगे कि भारत में लोकतंत्र का क्या हाल चाल है ।
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