12 अक्टूबर 2013

अच्छी खबर ये वो मुझे भगवान समझता है

इस्लाम धर्म है । पर क्या नस्ल भी है ? यह बहस और शोध का विषय है । इस विषय में मौलाना मुफ्ती अब्दुल कयूम जालंधरी, आरिफ मोहम्मद खान ( इस्लाम टेक्स्ट एंड कॉन्टेक्स्ट ) तथा अरब इतिहास के विश्व विख्यात विद्वान प्रो फिलिप के शोध परक निष्कर्ष पर गौर करें । स्व मौलाना मुफ्ती अब्दुल कयूम जालंधरी संस्कृत, हिंदी, उर्दू, फारसी व अंग्रेजी के जाने माने विद्वान थे । मौलाना ने मुसलमानों के पूर्वजों पर भी काफी कुछ लिखा है । उनका कहना है कि इरानी " कुरुष " " कौरुष " व अरबी कुरैश मूलत: महाभारत के युद्ध के बाद भारत से लापता उन 24165 कौरव सैनिकों के वंशज हैं । जो मरने से बच गए थे । अरब में कुरैशों के अतिरिक्त " केदार " व " कुरुक्षेत्र " कबीलों का इतिहास भी इसी तथ्य को प्रमाणित करता है । कुरैश वंशीय खलीफा मामुनुर्रशीद ( 813-835 ) के शासन काल में निर्मित खलीफा का हरे रंग का चंद्रांकित झंडा भी इसी बात को सिद्ध करता है । कौरव चंद्रवंशी थे । और कौरव 

अपने आदि पुरुष के रूप में चंद्रमा को मानते थे । यहाँ यह तथ्य भी उल्लेखनीय है कि इस्लामी झंडे में चंद्रमा के ऊपर " अल्लुज़ा " अर्थात शुक्र तारे का चिन्ह, अरबों के कुलगुरू " शुक्राचार्य " का प्रतीक ही है । भारत के कौरवों का सम्बन्ध शुक्राचार्य से छुपा नहीं है । अरब इतिहास के विश्व विख्यात विद्वान प्रो फिलिप के अनुसार 24वी सदी ईसा पूर्व में " हिजाज़ " ( मक्का मदीना ) पर जग्गिसा ( जगदीश ) का शासन था । 2350 ईसा पूर्व में शर्स्किन ने जग्गीसी को हराकर अंगेद नाम से राजधानी बनाई । शर्स्किन वास्तव में नारामसिन अर्थात नरसिंह का ही बिगड़ा रूप है । 1000 ईसा पूर्व अन्गेद पर गणेश नामक राजा का राज्य था । 6वी शताब्दी ईसा पूर्व हिजाज पर हारिस अथवा हरीस का शासन था।  14वी सदी के विख्यात अरब इतिहासकार " अब्दुर्रहमान इब्ने खलदून " की 40 से अधिक भाषा में अनुवादित पुस्तक " खलदून का मुकदमा " में लिखा है कि 660 इ० से 1258 इ० तक " दमिश्क " व " बग़दाद " की हजारों 

मस्जिदों के निर्माण में मिश्री, यूनानी व भारतीय वातुविदों ने सहयोग किया था । परम्परागत सपाट छत वाली मस्जिदों के स्थान पर शिव पिंडी कि आकृति के गुम्बदों व उस पर अष्ट दल कमल की उलट उत्कीर्ण शैली इस्लाम को भारतीय वास्तुविदों की देन है । इन्ही भारतीय वास्तुविदों ने " बैतूल हिक्मा " जैसे ग्रन्थाकार का निर्माण भी किया था । अत: यदि इस्लाम वास्तव में यदि अपनी पहचान की खोज करना चाहता है । तो उसे इसी धरा, संस्कृति व प्रागैतिहासिक ग्रंथों में स्वयं को खोजना पड़ेगा । Right Wing-India
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आखिरी लाइन पढकर बहुत हंसोगे । भगवान भरोसे ! 1 लड़की अपने होने वाले मंगेतर को अपने मम्मी पापा से मिलाने के लिए घर लेकर आयी । खाना खाने के बाद लड़की की माँ ने अपने पति से कहा - कुछ लड़के के बारे में पता करो । लड़की के पिता ने लड़के को अकेले में बुलाया । और उससे बातचीत करने लगे । लड़की के पिता ने पूछा - तो तुम्हारा प्लान क्या है ?
लड़का - मैं रिसर्च स्कॉलर हूँ ।
- रिसर्च स्कॉलर । बहुत अच्छे । तो तुम मेरी बेटी को 1 सुन्दर सा घर कैसे दे पाओगे । जिसकी उसे आदत है ? लड़की के पिता ने पूछा ।

लड़का - मैं पढ़ाई करूँगा । और भगवान हमारी मदद करेंगे ।
लड़की का पिता - और तुम किस तरह उसके लिए सगाई की अंगूठी खरीदोगे । जिसके योग्य वो है ?
- मैं और ज्यादा ध्यान से पढ़ाई करूँगा । बाकी भगवान हमारी मदद करेंगे । लड़के ने कहा ।
- और बच्चे । उन्हें कैसे पालोगे ? लड़की के पिता ने कहा ।
लड़का - चिंता मत कीजिये सर । भगवान कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेगा ।
और हर बार जितनी बार लड़की के पिता ने कुछ भी पूछा । तो लड़के ने कहा कि कोई न कोई रास्ता भगवान निकाल ही लेगा । बाद में लड़की की माँ ने लड़की के पिता से कहा - ये सब कैसे होगा जी ?
लड़की के पिता ने कहा - पता नहीं । उसके पास न कोई नौकरी है । न कोई प्लान । पर अच्छी खबर ये है कि वो मुझे भगवान समझ रहा है ।
Prem Lohana
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Married Man  बेचारा दुखी भी नहीं हो सकता ।
Wife - I love you baby. Husband ( softly ) - I love you too.
Wife -  Upset क्यों लग रहे हो ? Husband - बस थोङा mood off था ।

Wife - दोस्तों के साथ तो बङे खुश रहते हो । और मेरे साथ ही ड्रामे । 
Husband ( प्यार से ) - ऐसा कुछ भी नहीं जानूं । तबियत थोङी ठीक नहीं ।  Wife - हाँ अभी दोस्त phone करेगा तो 2 sec में तबियत ठीक हो जायेगी । Husband - दोस्त कहाँ से आ गये ? मेरा mood थोङा  upset है बस ।
Wife - मेरे साथ ही ये सब होता है । friends के साथ enjoy करते हो । बङी हंस हंस के pictures click करवाते हो । या कोई और लङकी पसन्द आ गयी ?
Husband ( और ज्यादा प्यार से ) - अरे कहाँ से कहाँ बात ले जा रही हो ? Wife - अब सब clear होगा ।
Husband - क्या clear करना है जानूं । ऐसा क्या हो गया ?
Wife ( खुद confused) - जब तुम खुद clear नहीं । तुम्हें कुछ पता नहीं । तो मैं क्या बोलूँ ।
Husband ( trying to act smart ) - तुम्हें हुआ क्या है ? किस बात पर
upset हो ? बताओ ।
Wife - तुम्हारी संगत ही खराब है । Husband - मेरे साथ तो तुम हो ।
Wife - अब बहुत हो गया । अब और नहीं ।
Husband ( fully crashed ) हुआ क्या है ? ये तो बता दो ।
Wife - हम अब साथ नहीं रह सकते ? Husband - ये बात कहाँ से आयी ? Wife - I want Divorce. Husband - Hmmmm OK !
Wife ( gone crazy )  हाँ ! यही चाहते हो तुम तो । फ़िर तुम जो मर्जी कर सको ।
Husband -  अरे तुमने खुद ने बोला अभी । मैंने क्या गलत कहा ?
Wife इतनी problem थी । तो बोला क्यों नहीं । मैं खुद बिना बोले चली जाती । तुम्हारी life से ।
Husband ( अपने बाल पकङ कर ) मुझे मेरी गलती तो बता दो ।
Wife - वक्त आने पर पता  चलेगी । तुम्हें अपने आप । जब मैं चली जाऊँगी ।
Husband - अच्छा तो मैं wait करता हूँ । सही वक्त का । 
Wife - तुम serious कब होगे ?
Husband - अब क्या hospital में admit हो जाऊँ । serious होने के लिये ? Wife - Go to hell !  Husband - 

Dont call me again !
AFTER 3 HOURS.
Wife - तुम्हें पता है । मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती जानूं sorry !! I love you my baby.  Husband ( सब भूलकर ) - अच्छा I love you too. Wife -  पर Upset क्यों लग रहे हो ?
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छिपकलियाँ बड़ी होशियारी से रात के अँधेरे में । छोटे मोटे कीड़ों को निगल जाती हैं ।
और सुबह होते होते अपने पापों को छुपाने के लिए । किसी " गाँधी नेहरु " के चित्र के पीछे छुप जाती है ।
Hindurashtra
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जर्मनी में 1 बहस के दौरान 1 मिशनरी पादरी ने कहा - हिन्दुओं ने कभी भी भारत से बाहर निकलकर अपने धर्म का प्रचार प्रसार इसलिए नहीं किया । क्योंकि वे जानते थे कि इसकी कोई कीमत ही नहीं है । तत्काल इसका प्रतिवाद करते हुए 1 विद्वान मैक्समुलर ने कहा - यदि कोई व्यक्ति अपनी माँ की सुन्दरता का प्रचार करते हुए खुद की कीमत आँकता है । तो बाहरी दुनिया उसकी माँ को वेश्या समझती है । जबकि यदि तुम्हें अपनी माँ की इज़्ज़त बढ़ानी हो । तो अपने कर्मों के द्वारा बढ़ाओ । प्रत्येक माँ की कीमत उसके बेटे द्वारा किए गए कर्मों द्वारा सिद्ध होती है । यदि पुत्र के कर्म सत्कर्म हैं । तो स्वयं ही उसकी माँ की इज़्ज़त बढ़ जाती है । इस हेतु उसे बाहर निकलकर प्रचार प्रसार करने की आवश्यकता नहीं है ।
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जर्मनी के तत्कालीन कट्टर चर्च ने इस बयान के लिए मैक्सम्यूलर को प्रतिबन्धित कर दिया था । इस चर्चित बयान के बाद अचानक दुनियां के सभी पश्चिमी विद्वान, हिन्दुत्व को समझने के लिए भारत की ओर दौड़ पङे । Hindurashtra
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Science Bloggers' Association of India  धूमकेतु खोलेगा । जीवन के रहस्‍य ।
http://blog.scientificworld.in/2013/10/comet-ison.html
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भूकंप से निकला नया द्वीप । विज्ञान । DW.DE । 25.09.2013
पाकिस्तान में भूकंप से जान माल का भारी नुकसान हुआ है । 7.7 की तीव्रता वाले इस भूकंप के झटके कितने तेज थे । इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि भूकंप के बाद अरब सागर में एक नया द्वीप उभर आया ।
www.dw.de
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इस बीच अमेरिकी भू वैज्ञानिकों ने बलूचिस्तान में रेड अलर्ट घोषित किया है । यू एस जियोलॉजिकल सर्वे ने पिछले आंकड़ों को देखते हुए हालात बिगड़ने की चेतावनी दी है । अमेरिकी वैज्ञानिकों के मुताबिक बलूचिस्तान के इलाके पृथ्वी की प्लेटें काफी हलचल कर रही हैं ।
आईबी/ओएसजे ( एएफपी/रॉयटर्स )
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KBC में 1 CRORE के लिये पप्पू से सवाल । phono friend option में
Amitabh - Hey ! you've got 30 seconds to answer and your time starts now !
Ppau - reads out the question and the 4 options.
Girlfriend  - मिल गया time तुम्हें phone करने का ? मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी । Byeee !!
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पंचायत का निर्णय - 1 बार 1 हंस और हंसिनी हरिद्वार के सुरम्य वातावरण से भटकते हुए उजड़े वीरान और रेगिस्तान के इलाके में आ गये । हंसिनी ने हंस को कहा - ये किस उजड़े इलाके में आ गये हैं ?
यहाँ न तो जल है । न जंगल । और न ही ठंडी हवाएं हैं । यहाँ तो हमारा जीना मुश्किल हो जायेगा । भटकते 2 शाम हो गयी । तो हंस ने हंसिनी से कहा - किसी तरह आज की रात बिता लो । सुबह हम लोग हरिद्वार लौट चलेंगे । रात हुई । तो जिस पेड़ के नीचे हंस और हंसिनी रुके थे । उस पर 1 उल्लू बैठा था । वह जोर 2 से चिल्लाने लगा । हंसिनी ने हंस से कहा - अरे ! यहाँ तो रात में सो भी नहीं सकते । ये उल्लू चिल्ला रहा है । हंस ने फिर हंसिनी को समझाया कि किसी तरह रात काट लो । मुझे अब समझ में आ गया है कि ये इलाका वीरान क्यों है ? ऐसे उल्लू  जिस इलाके में रहेंगे । वो तो वीरान और उजड़ा रहेगा ही । पेड़ पर बैठा उल्लू दोनों की बात सुन रहा था । सुबह हुई । उल्लू नीचे आया । और उसने कहा कि हंस भाई मेरी वजह से आपको रात में तकलीफ हुई । मुझे माफ़ कर दो । हंस ने कहा - कोई बात नही भैया । आपका धन्यवाद । यह कहकर जैसे ही हंस अपनी हंसिनी को लेकर आगे बढ़ा । पीछे से उल्लू चिल्लाया - अरे हंस ! मेरी पत्नी को लेकर कहाँ जा रहे हो । हंस चौंका । उसने कहा - आपकी पत्नी ? अरे भाई ! यह हंसिनी है । मेरी पत्नी है । मेरे साथ आई थी । मेरे साथ जा रही है । उल्लू ने कहा - खामोश रहो । ये मेरी पत्नी है । दोनों के बीच विवाद बढ़ गया । पूरे इलाके के लोग इक्कठा हो गये । कई गांवों की जनता बैठी । पंचायत बुलाई गयी । पंच लोग भी आ गये । बोले - भाई ! किस बात का विवाद है ? लोगों ने बताया कि उल्लू कह रहा है कि हंसिनी उसकी पत्नी है । और हंस कह रहा है कि हंसिनी उसकी पत्नी है । लम्बी बैठक और पंचायत के बाद पंच लोग किनारे हो गये । और कहा कि भाई बात
तो यह सही है कि हंसिनी हंस की ही पत्नी है । लेकिन ये हंस और
हंसिनी तो अभी थोड़ी देर में इस गाँव से चले जायेंगे । हमारे बीच में तो उल्लू को ही रहना है । इसलिए फैसला उल्लू के ही हक़ में ही सुनाना है । फिर पंचों ने अपना फैसला सुनाया । और कहा कि सारे तथ्यों और सबूतों कि जांच करने के बाद यह पंचायत इस नतीजे पर पहुंची है कि हंसिनी उल्लू की पत्नी है । और हंस को तत्काल गाँव छोड़ने का हुक्म दिया जाता है । यह सुनते ही हंस हैरान हो गया । और रोने चीखने और चिल्लाने लगा कि पंचायत ने गलत फैसला सुनाया । उल्लू ने मेरी पत्नी ले ली । रोते चीखते जब वह आगे बढ़ने लगा । तो उल्लू ने आवाज लगाई - ऐ मित्र ! हंस रुको । हंस ने रोते हुए कहा - भैया ! अब क्या करोगे ? पत्नी तो तुमने ले ही ली । अब जान भी लोगे ? उल्लू ने कहा - नहीं मित्र ! ये हंसिनी आपकी पत्नी थी । है । और रहेगी । लेकिन कल रात जब मैं चिल्ला रहा था । तो आपने अपनी पत्नी से कहा था कि यह इलाका उजड़ा और वीरान इसलिए है । क्योंकि यहाँ उल्लू रहता है । मित्र ! ये इलाका उजड़ा और वीरान इसलिए नहीं है कि यहाँ उल्लू रहता है । यह इलाका उजड़ा और वीरान इसलिए है । क्योंकि यहाँ पर ऐसे पंच रहते हैं । जो उल्लुओं के हक़ में फैसला सुनाते हैं ।
शायद 65 साल की आजादी के बाद भी हमारे देश की दुर्दशा का मूल कारण यही है कि हमने हमेशा अपना फैसला उल्लुओं के ही पक्ष में सुनाया है । इस देश क़ी बदहाली और दुर्दशा के लिए कहीं न कहीं हम भी जिम्मेदार हैं ।
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1 शादीशुदा आदमी का अपनी सेक्रेटरी के साथ अफेयर था । 1 दिन वो लोग डेट पर गए । और एक साथ काफी समय बिताया । जिसमें रात के 8 बज गए । घर वापस जाते समय आदमी ने अपने जूते और कपड़े धूल और घास में रगड़ दिए । घर पहुंचने पर पत्नी ने पूछा - इतनी देर क्यों हो गई । कहाँ थे आप ? आदमी - मैं तुमसे झूठ नहीं बोल सकता हूँ । मेरा 1 अफेयर है । और मैं अभी 1 डेट से ही वापस आ रहा हूँ । पत्नी ने उसकी तरफ देखा । और चिल्लाई - झूठे ! क्रिकेट खेल के आ रहे हो ना ।

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