27 अगस्त 2012

मेरी रातें तेरी यादों से सजी रहती हैं


एक पर्वत पर एक संत रहते थे । एक दिन एक भक्त आया । और बोला - महात्मा जी ! मुझे तीर्थ यात्रा के लिए जाना है । मेरी यह स्वर्ण मुद्राओं की थैली अपने पास रख लीजिए । संत ने कहा - भाई ! हमें इस धन दौलत से क्या मतलब । भक्त बोला - महाराज ! आपके सिवाय मुझे और कोई सुरक्षित एवं विश्वसनीय स्थान नहीं दिखता । कृपया इसे यहीं कहीं रख लीजिए । यह सुनकर संत बोले - ठीक है । यहीं इसे गड्ढा खोदकर रख दो । भक्त ने वैसा ही किया । और तीर्थ यात्रा के लिए निकल पड़ा । लौटकर आया । तो महात्मा जी से अपनी थैली मांगी । महात्मा जी ने कहा - जहाँ तुमने रखी थी । वहीं खोदकर निकाल लो । भक्त ने थैली निकाल ली । प्रसन्न होकर भक्त ने संत का खूब गुणगान किया ।  लेकिन संत पर उसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा । भक्त घर पहुंचा । उसने पत्नी को थैली दी । और नहाने चला गया ।
पत्नी ने पति के लौटने की खुशी में लड्डू बनाने का फैसला किया । उसने थैली में से एक स्वर्णमुद्रा निकाली । और लड्डू के लिए जरूरी चीजें बाजार से

मंगवा लीं । भक्त जब स्नान करके लौटा । तो उसने स्वर्ण मुद्राएं गिनीं । एक स्वर्ण मुद्रा कम पाकर वह सन्न रह गया । उसे लगा कि जरूर उसी संत ने एक मुद्रा निकाल ली  है । वह तेजी से संत की ओर भागा । वहां पहुंचकर उसने संत को भला बुरा कहना शुरू किया - अबे ओ पाखंडी ! मैं तो तुम्हें पहुंचा हुआ संत समझता था । पर स्वर्ण मुद्रा देखकर तेरी भी नीयत खराब हो गई । संत ने कोई जवाब नहीं दिया । तभी उसकी पत्नी वहां पहुंची । उसने बताया कि एक मुद्रा उसने निकाल ली थी । यह सुनकर भक्त लज्जित होकर संत के चरणों पर गिर गया । उसने रोते हुए कहा - मुझे क्षमा कर दें । मैंने आपको क्या क्या कह दिया । संत ने दोनों मुट्ठियों में धूल लेकर कहा - ये है प्रशंसा । और ये 

है निंदा । दोनों मेरे लिए धूल के बराबर है । जा तुम्हें क्षमा करता हूँ ।
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Will you smile if I ask you to ? Will you come if I call you ?
Will you understand if I'm unable to express ?
Will you add a "TOO" if I say I MISS U ?
Will you Open yur arms wide, when I need a hug ?
Will you say - yes wen I ask wil you b mine ? ♥♥ Will You
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It takes courage to live as your authentic self..Some people, even family members, may not want to accept the real you...But if you don’t live that way, you become less of yourself and less to those around you..Walking to the beat of your own drum allows you to use all your gifts and be there for others...Every choice you make contains the choice to be authentic. When you choose to live as who you really are, you become your best self  - Don Shapiro
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लगता है उन्हें भी हमसे मुहब्बत हो गई । सुना है हमें देखकर वो सँवरने लगने लगे हैं ।

कभी रात के शब तो कभी तनहाई के आलम में । दर्द की चाहत में तुमसे मिलने की जूस्तजू में ।
मेरी रातें तेरी यादों से सजी रहती हैं । मेरी सांसे तेरी खुशबू में बसी रहती हैं ।
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I am a pagan and a worshiper of love: the creed I do not need . Every vein of mine has become taunt like a wire . the girdle I do not need . Leave from my bedside, you ignorant physician ! The only cure for the patient of love is the sight of his beloved - other than this no medicine does he need..If there be no pilot in our boat, let there be none . We have God in our midst: the sea we do not need..The people of the world say that Khusrau worships idols...So he does, so he does the people he does not need . the world he does not need - Khusrau
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वो सो जाते हैं अक्सर हमको याद किये बिना । हमको नींद नही आती उनसे बात किये बिना ।

कसूर उनका नहीं हमारा है । उन्हें चाहा भी तो उनकी इजाजत के बिना ।
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Everything that we’ve shoved away, we shoved away with a curse; most of it came from the outside.. With a curse comes a hiding, comes a shame.. To dare to be seen and to speak from what’s authentic undoes a curse.. It’s time to stop hiding behind some fiction of “bad me” and burn through to shining - Jeannie Zandi
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चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है । हमको अब तक आशिक़ी का वो ज़माना याद है ।
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Boy - Hey ! Are u good in your A to Z ?  Girl - Yeah !

Boy - Look at these ABCDEFGHIJKLMN OPQRSTVWXYZ  Which letter is missing ?
Girl - hmm..U ?
Boy - Yeah, where did that letter go ?
Girl - I dont know, where ?
Boy - U went inside My Heart  ! ♥
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I understand that if I were to look deeply into ‘Anything’ I would see ‘You’. Then, I would see ‘Me’. But the Human Being runs from flower to flower, never to make love - not even pausing to kiss those perfumed lips... And we wonder why we Just Can't Seem to Find God - Em Claire 
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The instant fish accept that they will never have arms, they grow fins...Similarly, the act of acceptance is a risk that frees us because we can’t find the growth that awaits us until we give up what is against our nature...It is “this surrender”, without knowing what will happen next, allows our life to truly unfold...We can be what we are meant to be, we must accept what we are not  – Spirited Butterfly 

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