02 नवंबर 2012

coke pepsi ये ठंडा मतलब - टायलेट क्लीनर


राजीव जी ! स्वपन में प्रकाश दिखाई देता है । और अपना खुद का चेहरा सामने दिखाई देता है । ये कैसी स्थिति है । कृपया जरूर बतायें । आपका - सोहन गोदारा ।
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pepsi और cocacola राजीव दीक्षित जी की कलम से । भारत में जो सबसे ज्यादा विदेशी कंपनियां काम कर रही हैं । वो अमेरिका से आई हैं । उनमे से 1 नाम है pepsi cola दूसरी का नाम है cocacola  जिसको हम coke pepsi भी कह देते हैं । भारत में बिकने वाले साफ्ट ड्रिंक क्षेत्र में अमेरिका की 2 कंपनियों का एकाधिकार है ।
1990-91 में दोनों कंपनियों का संयुक्त रूप से जो विदेशी पूंजी निवेश था भारत में । उसे सुनकर आश्चर्य करेंगे आप । दोनों ने मिलकर लगभग 10 करोड़ की पूंजी लगाई थी भारत में । कुल जमा 10 करोड़ रुपया ( डालर नहीं ) अर्थशास्त्र की भाषा में इसको Initial Paid up Capital कहते हैं । मतलब शुरुआती पूंजी । वो केवल 10 करोड़ की है । इन दोनों कंपनियों के कुल मिलाकर 64 कारखाने हैं । पुरे भारत में  । और मैं जब उन कारखानों में घूमा । और इनके अधिकारियों से बात करके जानकारी लेने की कोशिश की । क्योंकि इनके वेबसाइट पर इनके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं होती है । इन कंपनियों ने भारत के शेयर बाजार में भी अपनी लिस्टिंग नहीं कराई है । इनका रजिस्ट्रेशन नहीं है । हमारे यहाँ के शेयर मार्केट में । बाम्बे स्टाक एक्सचेंज BSE या NSE में जिन कंपनियों की लिस्टिंग नहीं होती । उनके बारे में पता करना । या उनके आंकड़े मिलना । एकदम असंभव होता है 

। listing होती । तो SEBI - security exchange board of INDIA से सारी जानकारी मिल जाती ।
इन कंपनियों के 1 बोतल पेय की लागत मात्र 70 पैसे होती है । आप कहेंगे कि - मुझे कैसे मालूम ? भारत सरकार का 1 विभाग है । जिसका नाम है BICP ब्यूरो ऑफ़ इंडस्ट्रियल कास्ट एंड प्राईसेस । यही वो विभाग है । जिसे भारत में उत्पन्न होने वाले हर औद्योगिक उत्पादन की लागत पता होती है । वहीं से मुझे ये जानकारी मिली थी । आप हैरान हो जायेंगे ये जानकर कि 70 पैसे का जो ये लागत है । इनका वो एक्साइज डयूटी देने के बाद की है । यानि एक्स फैक्ट्री कीमत है ये । अगर 1 बोतल 10 रुपया में बिक रहा है । तो लगभग 1500% का लाभ । ये कंपनी 1 बोतल पर कमा रही है 1500% और 

जब पेप्सी और कोका कोला के 64 कारखानों में होने वाले 1 वर्ष के कुल उत्पादन के बारे में पता किया । तो पता चला कि ये दोनों कंपनियाँ 1 वर्ष में 700 करोड़ बोतल तैयार करके भारत के बाजार में बेंच देती हैं । और कम से कम 10 रूपये में 1 बोतल वो बेचती हैं । तो आप जोडिये कि हमारे देश का 7000 करोड़ रुपया लूटकर वो भारत से ले जाती हैं । और इस 7000 करोड़ रूपये की लुट होती है । 1 ऐसे पानी को बेच कर । जिसमें जहर ही जहर है । 1 पैसे की न्यूट्रीशनल वैल्यू नहीं है इसमें ।
भारत के कई वैज्ञानिकों ने पेप्सी और कोका कोला पर रिसर्च करके बताया कि इसमें मिलाते क्या हैं ? पेप्सी और कोका कोला वालों से पूछिये । तो वो बताते नहीं हैं । कहते हैं कि - ये फ़ार्मूला टाप सीक्रेट है । ये बताया नहीं जा सकता । लेकिन आज के युग में कोई भी सीक्रेट को सीक्रेट बना के नहीं रखा जा सकता । तो उन्होंने अध्ययन करके बताया कि - इसमें मिलाते क्या हैं ? तो वैज्ञानिको का कहना है । इसमे कुल 21 तरह के जहरीले कैमिकल मिलाये जाते हैं ।
कुछ नाम बताता हूँ । इसमें पहला जहर जो मिला होता है - सोडियम मोनो ग्लूटामेट । और वैज्ञानिक कहते हैं कि - ये कैंसर करने वाला रसायन है । फिर दूसरा जहर है - पोटैसियम सोरबेट । ये भी कैंसर करने वाला है । तीसरा जहर है - ब्रोमिनेटेड वेजिटेबल ऑइल BVO  ये भी कैंसर करता है । चौथा जहर है - मिथाइल बेन्जीन । ये 

किडनी को ख़राब करता है । पाँचवा जहर है -  सोडियम बेन्जोइट । ये मूत्र नली का । लीवर का कैंसर करता है । फिर इसमें सबसे ख़राब जहर है - एंडोसल्फान । ये कीड़े मारने के लिए खेतों में डाला जाता है । और ऊपर से होता है । ऐसे करते करते इसमें कुल 21 तरह के जहर मिलाये जाते हैं । 
ये 21 तरह के जहर तो 1 तरफ हैं । और हमारे देश के पढ़े लिखे लोगों के दिमाग का हाल देखिये । बचपन से उन्हें किताबों में पढ़ाया जाता है कि - मनुष्य को प्राण वायु आक्सीजन अंदर लेनी चाहिए । और कार्बन डाई आक्साइड बाहर निकालनी चाहिए । ये जानने के बावजूद भी गटागट कर उसे पी रहे हैं । और पीते ही एकदम नाक में जलन होती है । और वो सीधा दिमाग तक

जाती है । और फिर दूसरा घूंट भरते हैं - गट गट गट । और हमारा दिमाग इतना गुलाम हो गया है । आज हम  बिना coke pepsi के जहर के किसी भी शादी विवाह पार्टी के बारे में सोचते भी नही । कार्बन डाई आक्साइड  । जो कि बहुत जहरीली गैस है । और जिसको कभी भी शरीर के अन्दर नहीं ले जाना चाहिए । और इसीलिए इन कोल्ड ड्रिंक्स को " कार्बोनेटेड वाटर " कहा जाता है । और इन्ही जहरों से भरे पेय का प्रचार भारत के क्रिकेटर और अभिनेता अभिनेत्री करते हैं । पैसे के लालच में । उन्हें देश और देशवासियों से प्यार होता । तो ऐसा कभी नहीं करते । पहले आमिर खान ये जहर बिकवाता था । अब उसका भांजा बिकवाता है । अमिताभ बच्चन । शाहरुख खान । रितिक रोशन । लगभग सबने इस कंपनी का जहर भारत मे बिकवाया है । क्योंकि इनके लिए 

देश से बड़ा पैसा है । पूरी क्रिकेट टीम इन दोनों कंपनियो ने खरीद रखी है । और हमारी क्रिकेट टीम के कप्तान धोनी जब नया नया आये थे । तब मीडिया में ऐसी खबरें आती थी । रोज 2 लीटर दूध पीते हैं धोनी । ये दूध पीकर धोनी बनने वाला धोनी । आज पूरे भारत को पेप्सी का जहर बेच रहा है । और 1 बात ध्यान दें । जब भी क्रिकेट मैच के दौरान water break होती है । तब इनमें से कोई खिलाड़ी pepsi coke क्यों नहीं पीता ? क्योंकि ये सब जानते हैं । ये जहर है । इन्हें बस ये देश वासियों को पिलाना है ।
ज्यादातर लोगों से पूछिये कि - आप ये सब क्यों पीते हैं ? तो कहते हैं कि - ये बहुत अच्छी क्वालिटी का है । अब पूछिये कि - अच्छी क्वालिटी का क्यों है । तो कहते हैं कि - अमेरिका का है । और ये उत्तर पढ़े लिखे लोगों के होते हैं ।
तो ऐसे लोगों को ये जानकारी दे दूँ कि - अमेरिका की 1 संस्था है FDA - Food and Drug Administration और 

भारत में भी ऐसी ही 1 संस्था है । उन दोनों के दस्तावेजों के आधार पर मैं बता रहा हूँ कि - अमेरिका में जो पेप्सी और कोका कोला बिकता है । और भारत में जो पेप्सी कोक बिक रहा है । तो भारत में बिकने वाला पेप्सी कोक । अमेरिका में बिकने वाले पेप्सी कोक से 40 गुना ज्यादा जहरीला होता है । सुना आपने ? 40 गुना । मैं % की बात नहीं कर रहा हूँ । और हमारे शरीर की 1 क्षमता होती है । जहर को बाहर निकालने की । और उस क्षमता से 400 गुना ज्यादा जहरीला है । भारत में बिकने वाला पेप्सी और कोक । तो सोचिये । बेचारी आपकी किडनी का क्या हाल होता होगा ? जहर को बाहर निकालने के लिए । ये है । पेप्सी कोक की क्वालिटी ? और वैज्ञानिकों का कहना है कि जो ये पेप्सी कोक पियेगा । उनको - कैंसर । डायबिटीज । ओस्टियोपोरोसिस । ओस्टोपिनिया । मोटापा । दाँत गलना । जैसी 48 बीमारियां होगी ।

पेप्सी कोक के बारे में आपको 1 और जानकारी देता हूँ । स्वामी रामदेव जी इसे टायलेट क्लीनर कहते हैं । आपने सुना होगा ( ठंडा मतलब - टायलेट क्लीनर ) तो वो कोई इसको मजाक में नहीं कहते । या उपहास में नहीं कहते हैं । देश के पढ़े लिखे मूर्ख लोग समझते है कि ये बात किसी ने ऐसे ही बना दी है ।
इसके पीछे तथ्य हैं । ध्यान से पढ़ें । तथ्य ये कि - टायलेट क्लीनर harpic और पेप्सी कोक की Ph value 1 ही है । मैं आपको सरल भाषा में समझाने का प्रयास करता हूँ । Ph 1 इकाई होती है । जो acid की मात्रा बताने का काम करती है । और उसे मापने के लिए Ph मीटर होता है । शुद्ध पानी का Ph सामान्यतः 7 होता है । और 7 Ph को सारी दुनिया में सामान्य माना जाता है । और जब पानी में आप हाइड्रो क्लोरिक एसिड । या सल्फ्यूरिक एसिड । या फिर नाइट्रिक एसिड । या कोई भी एसिड मिलायेंगे । तो Ph का वैल्यू 6 हो जायेगा । और ज्यादा एसिड मिलायेंगे । तो ये मात्रा 5 हो जाएगी । और ज्यादा मिलायेंगे । तो ये मात्रा 4 हो जाएगी । ऐसे ही करते करते

जितना acid आप मिलाते जाएंगे । ये मात्रा कम होती जाती है । जब पेप्सी कोक के एसिड का जाँच किया गया । तो पता चला कि वो 2.4 है । और जो टायलेट क्लीनर होता है । उसका Ph और पेप्सी कोक का Ph एक ही है - 2.4 का मतलब इतना ख़राब जहर कि आप टायलेट में डालेंगे । तो ये झकाझक सफ़ेद हो जायेगा । इस्तेमाल करके देखिएगा ।
और हम लोगों का हाल ये है । घर में मेहमान के आते ही । ये जहर उसके आगे करते हैं । दोस्तो ! हमारी महान भारतीय संस्कृति में कहा गया है । अतिथि देवो भव । मेहमान भगवान का रूप है । और आप उसे टायलेट साफ पिला रहे हैं ।
अंत में राजीव भाई कहते हैं  कि - देश का युवा वर्ग सबसे ज्यादा इस जहर को पीता है । और नपुंसकता की बीमारी सबसे ज्यादा ये जहर पीकर हो रही है । और कहीं न कहीं मुझे लगता है । ये pepsi coke पूरे देश पूरी जवान पीढ़ी 

को खत्म कर देगा । इसलिए हम सबको मिलकर स्कूलों कालेजों में जा जाकर बच्चों को समझाना चाहिए । राजीव भाई का कहना है - आप बस स्कूल कालेजों में जाते ही उनके सामने इस pepsi coke से वहाँ का टायलेट साफ करके दिखा दीजिए । 1 मिनट में ही वो मान जा्येंगे ।
और बच्चे अगर मान गये । तो उनके घर वाले खुद पर खुद मान जाएंगे । वो 1 कहावत है न son is a father of father बच्चा बाप का बाप होता है । तो बच्चों को समझाये । बच्चे ये जहर छोड़ें । बड़े छोड़ें । और इस दोनों अमेरिकन कंपनियो को अपने देश से भगायें । जैसे हमने east india company को भगाया था । वन्दे मातरम ।
राजीव भाई कहते हैं - 1997 में जब उन्होंने पेप्सी और कोक के खिलाफ अभियान शुरू किया था । तो वो अकेले थे । लेकिन आज भारत में 70 संस्थाएं हैं । जो पेप्सी कोक के खिलाफ अभियान चला रहीं हैं । हम खुश हैं कि इनके बिक्री में कमी आयी है । और इनकी 60% sale कम हुयी है । 1997 में ये 

दोनों कंपनियां कुल 700 करोड़ बोतल बेचती थी । और आज 50 करोड़ के लगभग बिकती है । लेकिन दोस्तो ! यह भी बहुत ज्यादा है । लेकिन अगर हम सब संकल्प लें । ये जहर न खुद पियेगे । न किसी को पिलायेंगे । तो ये 50 करोड़ बोतलें बिकनी भी बंद हो जायगी । और ये दोनों कंपनियां अपने देश अमेरिका भाग जाएंगी । वन्देमातरम । यहाँ जरूर जरूर click करे !
http://www.youtube.com/watch?v=XmzcYwFyObc
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When you're a mom and you have three children, nothing bothers you . Trust me . Who cares what people say ? I've got other things to deal with ~ Faith Hill
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A little boy who was earning 25 paise for his poetry ( shero-sayri ) in Ram Leela during d yrs of late 1970 has now bcm d owner of property worth Rs. 2 500 crores. Dat little boy is now d richest actor of bollywd with assets given below Bungalow in Mumbai, Palm island, London Red chillies offices in Mumbai & U.S. World Class VFX & Animation studio in Mumbai Tv Serials & Ads 

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I am fully convinced that the soul is indestructible, and that its activity will continue through eternity. It is like the sun, which, to our eyes, seems to set in night; but it has in reality only gone to diffuse its light elsewhere ~Johann Wolfgang von Goethe

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