30 मार्च 2011

मैंने सुना है कि इच्छाधारी नाग होते हैं ??

राजीव बेटा ! 1 बात पूछना मैं भूल गया । ज़रा वो भी बता देना । मैंने सुना है कि इच्छाधारी नाग होते हैं । लोग कहते हैं कि जो नाग 100 साल की उमर पूरी कर लेता है । वो इच्छाधारी हो जाता है । वो कोई भी रूप बदल सकता है । और उसकी उमर बहुत बङ जाती है । यानी हजारों साल की हो जाती है । इसमें कितना सच है ? और कितना झूठ ? इसके बारे में भी ज़रूर बताना । देखो ! अगर तुम नही बताओगे । तो दूसरा कौन छेदीलाल है । जो बताएगा ? इसलिये मेरा कहना मान । और दे दे । मेरे इस सवाल का भी जवाब । क्योंकि शीला की जवानी । हो गयी है पुरानी । लोगो ने निकाल दिया है । उसकी .. ( अत्यन्त गन्दा यौनिक क्रिया का शब्द ) ( हु हु हु हु हु हु हु हु ) ( प्रोफ़ेसर विनोद त्रिपाठी । मध्यप्रदेश । ई मेल से । )

MY ANS - इस अखिल सृष्टि में मनुष्य और 84 लाख योनियों के सामान्य जीव  ( यथा.. पशु पक्षी वृक्ष पहाङ आदि ) को छोङकर बाकी सब योनियाँ अपने स्तर के अनुसार मायावी शक्ति वाली होती  हैं । फ़िर चाहे वह देवता हो । राक्षस । किन्नर । गंधर्व । ऋषि । मुनि । गण । कृत्या । यमदूत । कालदूत । भैरवी शक्तियाँ आदि कोई क्यों न हो । अपनी उपाधि या पद के अनुसार मायावी ताकत रखती हैं ।
जब भी कोई मनुष्य सामान्य से ऊपर उठकर किसी भी साधना से जुङता है । तो फ़िर वह भी विशेष होकर अपनी साधना के बल पर साधना के अनुसार ताकत हासिल कर लेता है । लेकिन किसी भी पशु पक्षी आदि जीव में यह ताकत नहीं होती कि वो किसी प्रकार की मायावी ताकत हासिल कर सके ।
लेकिन यह सत्य है कि इच्छाधारी नाग होते हैं । न सिर्फ़ नाग होते हैं । बल्कि पौराणिक कथाओं के अनुसार भैंसा । बकरा । अजगर । घोङा । गिद्ध । वानर । भालू आदि लगभग समस्त जानवरों में मायावी शक्ति के अनेक उदाहरण मिलते हैं ।
अब सबाल ये है कि ये स्पेशल मायावी जानवर कौन होते हैं ?..वास्तव में ये पथभृष्ट हुये । किसी गलती पर दन्डित होकर निकाले गये । पदच्युत ( बर्खास्त या डिसमिस ) हुये । या डिमोशन हुये विभिन्न प्रकार के देवता होते हैं । इनसे पद तो छिन जाता है । पर अपने तप और पुण्य के बल ( क्योंकि वो तो अभी बाकी है । क्षीण नहीं हुआ । ) से ये इच्छाधारी हो जाते हैं । और हजारों साल की आयु को प्राप्त कर लेते हैं । इस तरह ये स्वतंत्र देवता होते हैं । और अपनी इच्छानुसार कोई भी शरीर ( मगर मायावी या बनाबटी ) जैसे..मनुष्य ..पशु पक्षी आदि धारण कर लेते हैं । और बार बार तरह तरह के शरीर धारण कर सकते हैं । बस पहले जो ये अपनी पद शक्ति का इस्तेमाल कर सत्ता संचालन में अपनी भूमिका निभाते थे । वह खत्म हो जाती है ।
ये सब अफ़वाह है - बाकी जैसी कि हर अलौकिक बात जिसको हम सही से नहीं जानते । उसके साथ कोई न कोई अफ़वाह जुङ जाती है कि कोई नाग 100 वर्ष की आयु पूरी कर ले । तो इच्छाधारी हो जाता है । हो सकता है कि कभी किसी ने नाग से मनुष्य बनते किसी इच्छाधारी को देखा हो । और तमाम तरह की मनगढन्त कहानियों का जन्म हुआ हो । रही सही कसर बाद में फ़िल्म वाले फ़िल्म बनाकर पूरी कर देते हैं । और झूठ सच बन जाता है ।

कोई टिप्पणी नहीं: